[100+] Nature Quotes in Hindi || प्रकृति कोट्स इन हिंदी ||

Nature Quotes in Hindi


मेरे प्यारे दोस्तों आप सभी का स्वागत है। आज हमने आपके लिए, प्रकृति हिंदी (हिंदी में प्रकृति उद्धरण) पर विचार लाए हैं। आप देखेंगे कि आप प्रकृति से प्रेरणा कैसे ले सकते हैं और अपने जीवन में इसमें शामिल हो सकते हैं और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए कैसे

जीवन में कुछ क्षण हैं जिनमें हम उस समय बहुत दुखी हो जाते हैं, प्रकृति के लिए कुछ प्रेरणादायक वादा हमें बहुत प्रोत्साहित करता है।

हमारे पास इस तरह की एक महान प्रकृति पर एक अच्छा विचार है, हिंदी में प्रकृति शायरी, प्रकृति शायरी, हिंदी में हरियानी शायरी, प्रकृति और मनुष्य शायरी, संस्कृत क्रिया प्रकृति पर, प्रकृति, प्रकृति और मनुष्य शायरी से मेसिंग कविता।

प्रकृति की सुंदरता कौन सा है, हम इसकी तुलना किसी भी चीज़ से नहीं कर सकते हैं। नीचे दी गई प्रकृति पर विचार, हिंदी में नारा और प्रकृति उद्धरण भी सहमति देते हैं। हमें अपने जीवन का आनंद लेना चाहिए लेकिन प्रकृति को आकार देने के बिना। अन्यथा, हमें प्रकृति के प्रकोप का सामना करना पड़ता है।

हमें यह सोचना चाहिए कि फोन, टेलीविजन और लैपटॉप के बाहर कोई जीवन नहीं है और हमें प्रकृति का आनंद लेना चाहिए और इसे कुछ समय के लिए छोड़ देना चाहिए। हमें उम्मीद है कि आपको नीचे प्रकृति उद्धरण से सरल और सुखद जीवन जीने के लिए प्रेरणा मिल जाएगी।


[100+] Nature Quotes in Hindi || प्रकृति कोट्स इन हिंदी  ||
Nature Quotes in Hindi




    Nature Lover Quotes In Hindi 


    • "जितना आप प्रकृति के ओर जाएंगे वो उतना ही आपकी ओर आएगी I"

    • "हवा के झोकों के जैसे आज़ाद रहना सीखो, तुम एक दरिया हो, लहरों की तरह बहना सीखो I"
    • "आप नहीं भूल पायेंगे यहाँ की शाम, ये है मिज़ोरम, ये है मिज़ोरम I"
    • "कुछ इस तरह मैं मिज़ोरम का हुआ, वहां के हर एक पल ने मेरी रूह को छुआ I"
    • "मिज़ोरम की फ़िजा से ज़िंदगी को नई लहर मिली, वहां के दरिया से बहने का नया हुनर मिला, कुछ इस तरह, मैं अपने ख्वाबों से मिला I"
    • "आप खुद से मिलते हैं जब आप प्रकृति को करीब से देखते हैं I"
    • "आत्मा की शांति के लिए प्रकृति ही एक मात्रा जगह है I"
    • "प्रकृति जो धुन सुनती है वो सबसे सुरीली होती है I"
      • "जंगल इंसानों के लिए धरती पर स्वर्ग है I"
    • "प्रकृति के पास आपके सारे सवालों के जवाब हैं I"
    • "हर प्रकार के लोगों को सुख देने की शक्ति केवल प्रकृति के पास ही है I"
    • "प्रकृति ज्ञान का समंदर है I"
    • "खुद को बदलो प्रकृति को नहीं I"
    • "प्रकृति का करो सम्मान, ये है हम सब की जान I"
    • "प्रकृति कुछ बोलती नहीं है, लेकिन एक अलग एहसास दे जाती है I"


    कुदरत की खूबसूरती पर शायरी


    पर्वत से सीखो गर्व से शीश उठाना,
    सागर से सीखो जी भरकर लहराना,
    प्रकृति नहीं सिखाती किसी को ठुकराना,
    इसे बस आता है सबको अपनाना।


    बचपन में हमने लगाए थे कुछ पेड़ आज उसी की छाया है,
    कल हम रहें न रहें पर ये पेड़ रहेंगे यही प्रकृति की माया है।


    प्रकृति की हर एक चीज हमारे लिए बेहतरीन शिक्षक है,
    वो हमें जीवन के बारे में बहुत कुछ सिखाती है,
    जितना हम किताबों में  कभी नहीं सीख पाते। 


    प्रकृति को सींचोगे तो कल इसका फल जरूर मिलेगा,
    ये वो रिश्ता है जहाँ कभी धोखा नहीं मिलेगा।


    चलो आज एक नई प्रार्थना करते हैं,
    धैर्य, त्याग, अनुशासन और समर्पण से,
    अपने संस्कारों को सींचते हैं,
    लोभ, मोह, स्वार्थ और द्वेष को छोड़ते हैं,
    चलो हम प्रकृति से कुछ सीखते हैं।  


    कुदरत का करिश्मा है,
    देखो चारों तरफ हरियाली है,
    हम इनको हैं काटते और
    यह करती हमारी रखवाली है।


    वो इंसान दुनिया में सबसे धनवान है,
    जो कम से कम में भी संतुष्ट है,
    क्योंकि संतुष्टि ही प्रकृति की दौलत है।  


    दुनिया वो नहीं जो दिखती है,
    दुनिया तो वो है जो प्रकृति की देन है,
    जिसे हम महसूस करते है,
    और प्रकृति की सुंदरता सात रंगों से ही खिलती है।


    प्रकृति ही है जो इस जीवन में स्वार्थहीन है,
    वरना मनुष्य तो अपने स्वार्थ के लिए अपनों तक को नहीं छोड़ता।  


    कुदरत को देखने का अपना नजरिया गहरा करें,
    तो ये दुनिया आपको बहुत खूबसूरत लगने लगेगी।  


    प्रकृति मुफ्त में हवा बेशकीमती देती है,
    सांस लेने और जिंदा रहने का आधार देती है,
    लोग वेंटिलेटर के ऑक्सीजन को कीमती समझते हैं,

    जिंदगी देने वाले पेड़ और प्रकृति से खिलवाड़ करते हैं।


    कुदरत साथ ना दे तो दुनिया साथ नहीं देती,
    मेरी अपनी ही परछाई धूप आने के बाद मिली।


    प्रकृति जीवन देती है,
    मानव का सम्पूर्ण जीवन प्रकृति पर ही आधारित है,
    प्रकृति से ही है जीवन का आधार,
    इसके बिना सबका जीवन है बेकार।


    पतझड़ हुए बिना पेड़ों पर नए पत्ते नहीं आते,
    कठिनाई और संघर्ष सहे बिना अच्छे दिन नहीं आते। 


    पता नहीं हम अपनों से क्यों रिश्तों को तोड़ देते हैं,
    प्रकृति फिर भी किसी न किसी बहाने हमसे रिश्ता जोड़ लेती है।  


    प्रकृति कहना चाहती है हमसे,
    बचा है वक्त संभल जाओ अभी से,
    बहुत हुआ दोहन और चली मनमर्जी,
    नहीं सुधरे, तो फिर दिखेगी प्रकृति की सख्ती।


    दुनिया में हमें वही मिलता है,
    जो हम दूसरे को देते है,
    प्रकृति की ही एक ऐसी व्यवस्था है,
    जो सिर्फ देती है,
    बदले में कुछ लेती नहीं। 


    जब आप प्रकृति से सच्चा प्यार करते हैं तो,
    आपको दुनिया की हर जगह, हर चीज खूबसूरत लगेगी।


    जब भी कभी उदास होना तो,
    निकल पड़ना कुदरत को देखने,
    जितनी ये खूबसूरत है,
    आपको भी उतना ही खूबसूरत बना देगी।


    पुस्तक और प्रकृति से बेहतर दोस्त
    इस दुनिया में और कोई नहीं।


    फूलों से सीखिए सबके जीवन में रंग भरना,
    पेड़ों से सीखिए ऊँचाईयों को छूना,
    कलियों से सीखिए मुस्कुरा कर जीना,

    काँटों से सीखिए कष्टों से उबरना।


    हरियाली शायरी इन हिंदी


    बुझा जिसने वही है सयाना,
    प्रकृति में ही छुपा है अपार खजाना



    कुदरत का करिश्मा है, देखो चारों तरफ हरियाली है,
    हम इनको हैं काटते और यह करती हमारी रखवाली है।



    कुदरत ने क्या खूब रंग दिखाया है,
    इंसानों को प्रकृति दोहन का सबक सिखाया है,
    घर में कैद होने के बाद समझ आया है,
    कि प्रकृति को हमने कितना रुलाया है।



    प्रकृति ने ही सबको पोषित किया है,
    प्रकृति ने ही सबकुछ रोपित किया है,
    प्रकृति से बढ़कर कोई वरदान नहीं,
    प्रकृति से खिलवाड़ से बढ़कर कोई पाप नहीं।



    हमारा पहला कर्तव्य प्रकृति की सुरक्षा,
    इससे बड़ा काम नहीं कोई दूजा,
    प्रकृति का संरक्षण फर्ज है हमारा,
    क्योंकि प्रकृति से ही जुड़ा है जीवन हमारा।



    पर्वत से सीखो गर्व से शीश उठाना,
    सागर से सीखो जी भरकर लहराना,
    प्रकृति नहीं सिखाती किसी को ठुकराना,
    इसे बस आता है सबको अपनाना।



    सुहाना मौसम, हवा का तराना,
    खुशरंग है प्रकृति का हर नजारा।



    हवा की सरसराहट,
    चिड़िया की चचहाहट,
    समुद्र का शोर,
    जंगलों में नाचते मोर,
    इनका नहीं कोई मोल,
    क्योंकि प्रकृति है अनमोल



    प्रकृति कहना चाहती है हमसे,
    बचा है वक्त संभल जाओ अभी से,
    बहुत हुआ दोहन और चली मनमर्जी,
    नहीं सुधरे, तो फिर दिखेगी प्रकृति की सख्ती।



    सौंदर्यता से प्रकृति भरी पूरी है,
    इसकी रक्षा भी उतनी ही जरूरी है।



    फिजा में बादल छा रहे हैं,
    बारिश आने के आसार हैं,
    हवा मग्न होकर नाच रही है,
    प्रकृति को दिल से आभार है।



    प्रकृति है सबसे प्यारी,
    कभी सूरज की धीमी रोशनी,
    कभी हो जाती है धूप चिलचिलाती,
    कभी छा जाता है घना अंधियारा,
    कभी तारों की रोशनी है टिमटिमाती।



    कभी आसमां में बादल काले,
    कभी आसमां में सफेदी प्यारी,
    कभी फूल हैं मुरझा जाते,
    कभी खिलती है कली प्यारी-प्यारी।



    ये प्यारी ओस की बूंदे,
    ये खिलखिलाती सूरज की किरणें,
    ये लहराते हवा के झोकें,
    सब हैं प्रकृति का तोहफे।



    प्रकृति तेरे हर रूप की मैं दीवानी,
    तेरी धूप, तेरी छांव के बिन दुनिया अधूरी,
    नदी-नहरों का बहता ये पावन पानी,
    ऐसी पावन प्रकृति बिन अधूरी मनुष्य की कहानी।



    प्रकृति से ही है जीवन का आधार
    इसे बिना सबका जीवन है बेकार।



    गगनचुंबी पहाड़ी,
    ऊंचाई की खामोशी,
    सूरज की रोशनी,
    चंदा की चांदनी,
    कुदरत की मदहोशी,
    इनका कर्ज चुका सकती है सिर्फ सरफरोशी।



    नदी मर जाएंगी, पर्वत मर जाएंगे,
    हवा, मिट्टी और पेड़ भी मर-मर जाएंगे,
    नहीं रोका तूने प्रकृति संग खिलवाड़,
    तो खत्म हो जाएगी जीने की आस।



    प्रकृति वरदान है, मत बना इसे अभिशाप,
    हर किसी को दंड दे जाएंगे तेरे ये पाप,
    बच्चों के लिए कहा से ला पाएगा ये शुद्ध हवा,
    क्या अशुद्ध हवा में सांस ले पाएंगे बच्चे तेरे जवां,
    वक्त रहते रोक दे यूं प्रदूषण और गंदगी को फैलाना,
    वरना करना होगा हम सबको प्रकृति के प्रकोप का सामना।



    यह धरा, ये हवा, ये गगन, ये पवन सब हैं प्रकृति के ही फूल,
    इनका एहसास ही है जीवन की खुशबू और जिंदगी का मूल।



    प्रकृति अभी भी बरकरार है,
    तभी तो धरती पर बहार है।



    मेघ के साए में, गिरि के बाहों में,
    सुकून बसता है प्रकृति तेरी ही पनाहों में।



    पेड़ ताजी हवा देता है,
    मनुष्य इसे कटवा देता है,
    नदियां शीतल जल देती हैं,
    मनुष्य इसे मोड़कर प्लॉट बना देता है,
    प्रकृति जीवन दान देती है,
    मनुष्य विनाश को न्योता देता है।



    क्यों सिमटा रहे हो पर्वतों को,
    क्यों काटते हो वृक्षों को,
    क्यों छीन रहे हो जानवरों के घर को,
    क्यों बर्बाद कर रहे हो प्रकृति को।


    अगर आपको प्रकृति कोट्स इन हिंदी पसंद आया तो मुझे comment जरूर करे ।ताकि मुझे motivation मिलता  रहे।। Thanks all of you.









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